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उत्तराखंड में लेखन और सृजन की प्रतिबद्धता के संकल्प से जुड़ी है साईं सृजन पत्रिका : डाॅ.बृजमोहन

डोईवाला: साहित्य और संस्कृति को सहेजने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में “साईं सृजन पटल” पत्रिका का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हाल ही में इस पत्रिका के 14वें अंक का विमोचन स्पेक्स के अध्यक्ष एवं वैज्ञानिक डॉ. बृजमोहन शर्मा के द्वारा किया गया, जो न केवल साहित्य के क्षेत्र में बल्कि समाज में जागरूकता और बदलाव लाने का एक सशक्त माध्यम बनती जा रही है। यह अंक नई प्रतिभाओं को सम्मान देने और समाज में विभिन्न मुद्दों पर विचार प्रस्तुत करने का एक बेहतरीन प्रयास है।

साईं सृजन पटल की यात्रा शुरुआत से ही साहित्य, संस्कृति और समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने का उद्देश्य लेकर चल रही है। इस पत्रिका ने न केवल लेखकों को एक मंच दिया है, बल्कि यह समाज को जागरूक करने का भी कार्य कर रही है। संपादक प्रो. (डॉ.) के. एल. तलवाड़ ने कहा कि इस अंक में समृद्ध विचारों और समकालीन विषयों पर लेख प्रस्तुत किए हैं, जो समाज की हर परत को छूते हैं। उनका कहना है कि इस पत्रिका का उद्देश्य हर बार नए विचारों और लेखों के साथ पाठकों के सामने आना है ताकि यह समाज की चेतना में एक नई जागरूकता पैदा कर सके।

पत्रिका के उपसंपादक अंकित तिवारी का कहा कि कि हर अंक में नए लेखकों की प्रतिभा सामने आती है, और यह पत्रिका उनकी मेहनत और साहित्यिक योगदान को समाज के सामने प्रस्तुत करती है। यह साहित्य और कला की सृजनात्मकता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का प्रयास है, जिससे युवा लेखकों को प्रोत्साहन मिलता है और वे अपने विचारों को व्यापक स्तर पर प्रस्तुत कर सकते हैं।

साईं सृजन पटल ने यह साबित किया है कि एक पत्रिका केवल साहित्यिक जानकारी का एक स्रोत नहीं हो सकती, बल्कि वह समाज में विचारों का आदान-प्रदान और सामाजिक परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन सकती है। यह पत्रिका साहित्य, कला और संस्कृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए समाज में महत्वपूर्ण विचारों को प्रस्तुत करने का कार्य कर रही है। यह युवाओं को अपनी आवाज़ उठाने का एक सशक्त मंच प्रदान करती है और समाज के हर वर्ग को प्रेरित करने का अवसर देती है।

साईं सृजन पटल का प्रत्येक अंक न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पत्रकारिता के क्षेत्र में भी एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह पत्रिका साहित्य, कला और संस्कृति के संरक्षण में अपना योगदान देती रहेगी और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगी।

विमोचन कार्यक्रम में नीलम तलवाड़, इंसाइडी सीईओ अक्षत तलवाड़, सहायक अध्यापक कौशिक तिवारी ,हेमंत हुरला सहित इंसाइडी मीडिया का स्टाफ मौजूद रहा और इस महत्वपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

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