हल्द्वानी(अंकित तिवारी): राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार) के सहयोग से कल्याणम भवति समिति, हल्द्वानी द्वारा विश्व दृष्टि दिवस (World Sight Day) के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सशक्तिकरण, उनके समान अधिकारों की प्राप्ति और समाज में उनकी सहभागिता बढ़ाने के लिए जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. प्रेमानंद मिश्रा (राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून), डॉ. विनीत जोशी (अर्ली इंटरवेंशन सेंटर, हल्द्वानी) और श्री सुरेश कपिल (सामाजिक कार्यकर्ता) उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से की गई, जिसके बाद संस्था के संरक्षक श्री श्याम सिंह नेगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था के उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमानंद मिश्रा ने अपने संबोधन में दृष्टिबाधित बच्चों के लिए प्रारंभिक हस्तक्षेप, शिक्षा में समावेशन और सहायक तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समान अवसरों का सुलभ होना बेहद जरूरी है।
डॉ. विनीत जोशी ने बच्चों के नेत्र स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए माता-पिता और शिक्षकों से अपील की कि वे बच्चों की दृष्टि संबंधी समस्याओं का शीघ्र निदान करें। वहीं, सुरेश कपिल ने संस्था की कार्यों की सराहना करते हुए यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता जताई कि समाज में दृष्टिबाधितों को समान अवसर और सम्मान मिले।
कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था की शिक्षिका प्रभा बिष्ट ने किया। अंत में चाँदनी कफल्टिया ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समाजसेवी रविंद्र बिष्ट, इंटरनेशनल पैरा एथलीट खिलाड़ी गंभीर सिंह चौहान और प्रेम सिंह परिहार भी उपस्थित रहे।
यह आयोजन समाज में दृष्टिबाधितों के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ।