रायवाला, देहरादून(अंकित तिवारी): लोक कल्याण समिति द्वारा आयोजित चतुर्थ श्री रामलीला महोत्सव में भगवान राम के जीवन के प्रमुख घटनाक्रमों का मंचन दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया। शनिवार को आयोजित रामलीला महोत्सव में पांच प्रमुख दृश्य प्रदर्शित किए गए, जिनमें सुग्रीव दरबार, श्रीराम-हनुमान मिलन, सुग्रीव मित्रता, बाली वध और सीता माता की खोज शामिल थे। इन दृश्यों के माध्यम से भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण पल और संघर्षों को जीवंत किया गया।
कार्यक्रम के उद्घोषक एवं लोक कल्याण समिति के प्रवक्ता श्री विरेन्द्र नौटियाल (वीरू) ने बताया कि रविवार को मंचन में राम और लक्ष्मण ऋष्यमूक पर्वत पर पहुंचे, जहां हनुमान के माध्यम से राम और लक्ष्मण की पहचान हुई। दर्शक इस दृश्य को देखकर भावुक हो गए और जय श्री राम के नारे गूंज उठे।
इसके बाद, रामलीला मंच पर वानर राज बाली का दरबार दिखाया गया, जिसमें राम ने अपने धनुष से बाली का वध किया। बाली ने मरते समय भगवान राम से कहा कि वह रावण को अपनी कैद में छह महीने तक रख चुके थे।
अंतिम दृश्य में वानर सेना सीता माता की खोज में समुद्र के किनारे बैठी थी, तब संपाती नामक गिद्ध ने उन्हें जानकारी दी कि सीता माता लंका के अशोक वाटिका में हैं। इसके बाद, श्री हनुमान ने समुद्र पार करने की चुनौती को स्वीकार किया और इस दौरान उनका उत्साहवर्धन करने के लिए जामवंत ने उन्हें प्रोत्साहित किया। हनुमान ने समुद्र पार किया और लंका पहुंचे।
इस दौरान कलाकारों ने शानदार अभिनय प्रस्तुत किया, जिसमें श्रीराम (सौरभ चमोली), लक्ष्मण (जैयंत गोस्वामी), बाली (धीरज चौहान), सुग्रीव (विरेन्द्र सिंह), हनुमान (आशीष सेमवाल) सहित अन्य कलाकारों का योगदान सराहनीय रहा।
समिति द्वारा आयोजित इस महोत्सव में विभिन्न अतिथियों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कमलेश पंत (सहायक अभियंता, जल संस्थान विभाग, ऋषिकेश), सागर गिरी (ग्राम प्रधान, रायवाला), प्रमोद चमोली, सुभाष बनखंडी आदि को राम दरबार की माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए समिति को बधाई दी।
लोक कल्याण समिति के अध्यक्ष गंगाधर गौड़, उपाध्यक्ष बालेन्द्र सिंह नेगी, सचिव नरेश थपलियाल, और अन्य सदस्य भी इस आयोजन में शामिल हुए, जिन्होंने आयोजन की सफलता के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
रामलीला महोत्सव में सैकड़ों राम भक्तों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया।