कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): कर्णप्रयाग कॉलेज में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह की अध्यक्षता में एंटी रैगिंग बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में यूजीसी के द्वारा रैगिंग की रोकथाम हेतु लागू किए गए नए प्रावधानों पर चर्चा की गई और शिक्षक, छात्र-छात्राओं तथा प्रशासन के दायित्वों को स्पष्ट किया गया।
रैगिंग मुक्त कॉलेज का लक्ष्य – इस बैठक ने कॉलेज में रैगिंग की समस्या को खत्म करने के लिए एक ठोस कदम उठाया है, जिससे भविष्य में छात्र-छात्राओं को एक सुरक्षित और आदर्श वातावरण में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
बैठक में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी और रैगिंग के खिलाफ जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। छात्रों ने इस बात पर जोर दिया कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और अन्य छात्रों को भी रैगिंग के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करें।
प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि एंटी रैगिंग एक गंभीर मुद्दा है, और यह जरूरी है कि सभी छात्र-छात्राएं और शिक्षक इस पर ध्यान दें। रैगिंग को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार की रैगिंग की घटना की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
बैठक का मुख्य उद्देश्य छात्रों में रैगिंग के खिलाफ जागरूकता फैलाना और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग करना था, ताकि शैक्षिक वातावरण को सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण बनाया जा सके।
बैठक में प्रमुख रूप से नोडल अधिकारी अखिलेश कुकरेती, डॉ. वी. आर. अंन्थवाल (वाणिज्य संकाय), डॉ. एच. सी. रतूडी (रोवर रेंजर प्रभारी), डॉ. भालचंद सिंह नेगी, डॉ. स्वाति सुन्दरियाल, डॉ. मानवेंद्र सिंह कंडारी, डॉ. रमेश चंद्र भट्ट और छात्र संघ अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह, कोषाध्यक्ष अनुराधा, सुनील सिंह (विश्वविद्यालय प्रतिनिधि), छात्र सदस्य रोहित, सानिया, मोहित सिंह, ईश्वर सिंह, नितिन कुमार, अंशिका, अंजलि, सृष्टि आदि उपस्थित रहे।





