कर्णप्रयाग (अंकित तिवारी)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उत्तराखण्ड राज्य की रजत जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम में सामूहिक लोकगीत, सामूहिक लोकनृत्य, एकल लोकगीत और एकल नृत्य की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। सामूहिक लोकगीत प्रतियोगिता में नेहा और उसकी टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि प्रियंका और उसकी टीम ने द्वितीय स्थान हासिल किया। एकल शास्त्रीय नृत्य में अमीषा ने प्रथम, निर्मला ने द्वितीय और रिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं, एकल गायन में अमीषा ने प्रथम, आईशा रतूड़ी ने द्वितीय और शिवानी ने तृतीय स्थान जीता।
सामूहिक लोकनृत्य प्रतियोगिता में प्रीति और उनकी टीम ने प्रथम, ईशा और उनकी टीम ने द्वितीय तथा अनुराधा और उनकी टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्रमोहन जन्स्वाँण एवं डॉ. मृगांक मलासी ने किया, जबकि आयोजन में पूनम, स्वाति सुन्दरियाल और डॉ. चंद्रमोहन जन्स्वाँण की अहम भूमिका रही।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के महत्व और राज्य के 25 वर्षों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए यह भी घोषणा की कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर उन्हें महाविद्यालय द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
इस आयोजन के माध्यम से महाविद्यालय ने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने और विद्यार्थियों में राज्य के प्रति गर्व का भाव उत्पन्न करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।






