कर्णप्रयाग (अंकित तिवारी): डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में जनजातीय गौरव दिवस बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राम अवतार सिंह और प्रमुख अतिथि भोटिया जनजाति के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री धीरेन्द्र सिंह गरोड़िया, तथा विशिष्ट अतिथि श्री दीवान सिंह रावत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कार्यक्रम में जनजातीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और उनके राष्ट्र निर्माण में योगदान को प्रमुखता से उजागर किया गया। प्राचार्य प्रो. सिंह और अतिथियों ने जनजातीय समाज की महत्ता, उनके संघर्ष और योगदान की सराहना करते हुए जनजातीय गौरव दिवस के महत्व पर विचार व्यक्त किए।
महत्वपूर्ण आयोजन के तहत छात्रों द्वारा भाषण और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में निधि ने पहला, हिमानी मैखुरी ने दूसरा और अस्मिता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। निबंध प्रतियोगिता में आँचल, हर्षिता सेमवाल और मोनिका कांडपाल ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
इस विशेष दिन पर छात्राओं द्वारा प्रस्तुत जौनसारी लोकनृत्य ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए और दर्शकों को क्षेत्र की पारंपरिक कला का अद्भुत अनुभव कराया। मुख्य अतिथि श्री धीरेन्द्र सिंह गरोड़िया ने जनजातीय समुदाय के महत्वपूर्ण योगदान, विशेष रूप से चिपको आंदोलन में उनकी भागीदारी और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके साहसिक योगदान को याद किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्रमोहन जनस्वाँण ने किया, और निर्णायक मंडल में डॉ. चंद्रावती टम्टा, डॉ. इन्द्रेश कुमार पाण्डेय और डॉ. रविंद्र कुमार ने भूमिका निभाई। अंत में प्राचार्य और मुख्य अतिथियों द्वारा विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।
महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं की उपस्थिती ने इस आयोजन को सफल और प्रभावशाली बनाया। जनजातीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और उनके योगदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए यह आयोजन अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा।





