गौचर (अंकित तिवारी): प्रसिद्ध ऐतिहासिक गौचर मेले में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU), क्षेत्रीय कार्यालय कर्णप्रयाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर नि:शुल्क पुस्तक वितरण अभियान आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मेले के पांचवे दिन डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग के प्राचार्य डॉ. राम अवतार सिंह ने स्टॉल का निरीक्षण किया और इस पहल की मुक्त कंठ से सराहना की।
पुस्तकों की सार्थकता पाठकों से है: डॉ. सिंह
स्टॉल का अवलोकन करते हुए प्राचार्य डॉ. राम अवतार सिंह ने कहा कि पुस्तकों का प्रकाशन तभी सार्थक होता है, जब वे पाठकों के अध्ययन के लिए सुलभ हों। उन्होंने कहा कि मेले जैसे सार्वजनिक मंच पर आमजनमानस को नि:शुल्क पुस्तकें उपलब्ध करवाना एक अत्यंत सराहनीय और पुनीत कार्य है।
क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आर.सी. भट्ट ने जानकारी दी कि मेले में प्रतिदिन बड़ी संख्या में पाठक स्टॉल पर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं अपने हाथों से निर्धन वर्ग, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं, छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को पुस्तकें वितरित की हैं। इस दौरान स्टॉल पर डॉ. आर.सी. भट्ट, श्रीमती प्रियंका लोहनी पाण्डेय और सन्तोष ढौंडियाल ने आगंतुकों को प्रवेश संबंधी जानकारी देने के साथ-साथ करियर काउंसलिंग भी की।
कर्णप्रयाग कॉलेज के राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मदन लाल शर्मा ने पुस्तकों को मनुष्य का सबसे सच्चा मित्र बताया। वहीं, स्थानीय निवासी और सेवानिवृत्त प्राध्यापक शकुन्तला थपलियाल ने कहा कि यह स्टॉल मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। दूर-दूर से आए विद्यार्थी और अभिभावक अपने पाल्यों के लिए उत्साहपूर्वक पुस्तकें प्राप्त कर रहे हैं।
इस अवसर पर कर्णप्रयाग महाविद्यालय के डॉ. इन्द्रेश कुमार पाण्डेय, डॉ. नेतराम, डॉ. दीप सिंह, नन्दासैण महाविद्यालय से डॉ. जय प्रकाश आर्य, डॉ. पूनम नेगी, सूरज कुमार, श्रीमती दीक्षा, ललित लाल, देवाल महाविद्यालय से डॉ. दीपा रानी और पोखरी महाविद्यालय से डॉ. आरती रावत ने समाज के वंचित और निर्धन छात्र-छात्राओं के लिए किए गए इस प्रयास की सराहना की।





