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“कर्णप्रयाग महाविद्यालय में युवा संसद: विपक्ष ने रेल मंत्री से पूछा, ‘कब पूरा होगा कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट?'”

ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण और समय सीमा पर युवा संसद में हुई बहस

कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने युवा सांसद एवं प्रधानमंत्री बनकर संसद की कार्यवाही का चित्रण किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति जागरूकता और संसदीय प्रणाली की समझ को बढ़ाना था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कर्णप्रयाग नगर पालिका परिषद के सभासद संपूर्णानंद डिमरी और विशिष्ट अतिथि के रूप में सभासद उत्तम सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी कीर्तिराम डंगवाल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में कुल 45 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अध्यक्ष के रूप में दिया, महासचिव संध्या, मार्शल के रूप में हृदयेश और कृष्णा, प्रधानमंत्री अंकित, गृहमंत्री लक्ष्मण, रेल मंत्री बीना, शिक्षा मंत्री लवली बिष्ट, विदेश मंत्री अमीषा, ऊर्जा मंत्री शिवानी, वित्त मंत्री प्रियंका, खेल मंत्री शालिनी, रक्षा मंत्री भुवन, नेता प्रतिपक्ष राहुल, और उप नेता प्रतिपक्ष सानिया सहित कई अन्य छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाई।

कार्यक्रम की शुरुआत लोकसभा अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम के साथ की गई। इसके बाद नए सदस्यों ने शपथ ग्रहण की, और प्रधानमंत्री अंकित ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों का परिचय सदन में करवाया।

रेल लाइन और सामरिक दृष्टि पर प्रश्नकाल में हंगामा
प्रश्नकाल के दौरान, विपक्षी सांसदों ने सरकार से ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण की समय सीमा पर सवाल उठाए। एक सांसद ने रेल मंत्री से यह सवाल किया कि यह परियोजना कब तक पूरी होगी, और इसको प्राथमिकता में क्यों नहीं रखा जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से यह चिंता व्यक्त की कि चीन की सीमा के निकट यह रेल लाइन सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और सरकार को इसे जल्दी पूरा करना चाहिए। इस प्रश्न पर विपक्षी सांसदों ने सरकार को आगाह किया और वेल में आकर हंगामा भी किया।

इसके बाद, विभिन्न मुद्दों पर प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों से सवाल किए गए। विदेश नीति, नई शिक्षा नीति, दिल्ली धमाकों, और महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विपक्षी सांसदों ने सरकार के मंत्रियों से तीखे सवाल पूछे।

शून्यकाल और महिला सुरक्षा पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल में महिला सुरक्षा और यौन उत्पीड़न पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव को लेकर कई सांसदों ने अपनी बातें रखीं और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की।

कार्यक्रम का उद्देश्य और प्रभाव
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. मदन शर्मा ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों में लोकतंत्र के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी का भाव उत्पन्न करते हैं। निर्णायक के रूप में डॉ. कविता पाठक और डॉ. वी. आर. अन्थवाल ने अपनी भूमिका निभाई।

मुख्य अतिथि संपूर्णानंद डिमरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने छात्रों को लोकतांत्रिक मूल्यों को समझने और जीवन में लागू करने के लिए प्रेरित किया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राम अवतार सिंह ने इस कार्यक्रम की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों में नई उमंग और उत्साह भरते हैं, जिससे वे जीवन में जागरूक और जिम्मेदार नागरिक के रूप में आगे बढ़ते हैं।

इस कार्यक्रम ने कर्णप्रयाग के छात्रों को लोकतंत्र और संसद की कार्यप्रणाली के प्रति जागरूक किया और उन्हें भविष्य में बेहतर नागरिक बनाने के लिए प्रेरित किया।

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