कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी) : डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में आज ‘विश्व मानवाधिकार दिवस’ धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग ने एक आयोजन किया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने मानवाधिकारों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन लाल शर्मा ने बताया कि मानवाधिकार संरक्षण वर्तमान विश्व राजनीति की एक महत्वपूर्ण अवधारणा बन गई है। उन्होंने कहा कि यह न केवल कानूनी दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और मानवता के आधार पर भी अत्यंत आवश्यक है।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग की प्रभारी डॉ. कविता पाठक ने मानवाधिकारों के सार्वभौमिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मानवाधिकारों का दायरा आज वैश्विक स्तर पर फैल चुका है और यह प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस कार्यक्रम में स्नातकोत्तर की छात्रा सविता और अमीषा ने भी मानवाधिकारों के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि केवल कानून के जरिए नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने के द्वारा ही हम मानवाधिकारों को प्रभावी ढंग से लागू कर सकते हैं।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक भी उपस्थित थे। राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर कीर्तिराम डंगवाल, इतिहास विभाग की डॉ. पूनम चौहान और डॉ. स्वाति सुन्दरियाल, अर्थशास्त्र विभाग की डॉ. शालिनी सैनी, अंग्रेजी विभाग की डॉ. दिशा शर्मा, वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ. प्रमिला, संस्कृत विभाग की डॉ. चंद्रावती टम्टा सहित अन्य विभागों के प्राध्यापक भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
इसके अलावा, कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई और इस महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार साझा किए। महाविद्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता और समाज में इनकी अहमियत को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
कार्यक्रम के समापन के बाद, सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और छात्रों ने मानवाधिकारों के संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।





