ऋषिकेश(अंकित तिवारी): पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और शास्त्री जयंती बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाई गई। इस राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर परिसर निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत द्वारा ध्वजारोहण किया गया, जिसके बाद महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिये” और रामधुन के साथ हुआ। इसके बाद विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का पाठ किया गया। प्रो. डी.एम. त्रिपाठी ने गीता का पाठ किया, प्रो. परवेज अहमद ने कुरान शरीफ से उद्धरण प्रस्तुत किए, प्रो. अंजनी दूबे ने बाइबल का पाठ किया, जबकि प्रो. हेमलता मिश्रा ने गुरु ग्रंथ साहिब से पंक्तियाँ पढ़ीं।
इस अवसर पर प्रो. वी.डी. पाण्डेय ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की विचारधारा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके साथ ही एम.ए. संगीत की शोध छात्रा कु. कंचन ने सुंदर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। एम.ए. इतिहास की छात्रा आयुषी कपरूवान ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर भाषण दिया, जिसमें उनके आदर्शों और योगदानों को विस्तार से बताया गया।
कार्यक्रम के समापन पर परिसर निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत ने अपने संबोधन में गांधी और शास्त्री की विचारधाराओं को न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व की धरोहर बताया। उन्होंने कहा कि उनके आदर्शों और जीवनशैली को आत्मसात कर अपने कर्तव्यों का समुचित पालन ही उनके विचारों का सही अनुकरण है।
इस अवसर पर एन.सी.सी. कैडेट्स द्वारा श्रमदान का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम की मुख्य संचालिका प्रो. संगीता मिश्रा ने अपने प्रभावी और ऐतिहासिक उद्धरणों के माध्यम से समारोह का कुशल संचालन किया।
इस अवसर पर प्रो. धीरेन्द्र तिवाड़ी, प्रो. वी.एम. बहुगुणा, प्रो. सुमन्त, प्रो. कल्पना पंत, प्रो. पुष्पांजली आर्य, प्रो. नीता जोशी, प्रो. दिनेश शर्मा, प्रो. गौरव वाष्णेय, डॉ. जयप्रकाश कंसवाल, चन्द्रेश्वरी नेगी, डॉ. वीना रयाल समेत सभी संविदा प्राध्यापक और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।