ऋषिकेश(अंकित तिवारी) – एम्स, ऋषिकेश के इंजीनियरिंग विभाग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस (International Day of Forests) के अवसर पर संस्थान के हर्बल गार्डन में विभिन्न प्रजातियों के औषधीय पौधों का रोपण किया गया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण एवं हर्बल पौधों के महत्व को बढ़ावा देना था।
हर्बल संरक्षण की दिशा में अहम पहल
इस अभियान की अगुवाई संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के निर्देशन में की गई। एम्स के इंजीनियरिंग विभाग के अधीक्षण अभियंता लेफ्टिनेंट कर्नल राजेश जुयाल और सीपीडब्ल्यूडी (एम्स इकाई) के एसई चंद्रपाल के नेतृत्व में विभिन्न विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने हर्बल गार्डन में पौधारोपण किया।
तीन दर्जन से अधिक औषधीय पौधों का रोपण
इस अवसर पर तेज पत्ता, सीता अशोक, अश्वगंधा, सर्पगंधा, शुगर प्लांट सहित तीन दर्जन से अधिक औषधीय पौधों का रोपण किया गया। इन पौधों को स्वास्थ्य लाभ के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और इनका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है।
‘पेड़ बाबा’ ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाले पर्यावरणप्रेमी डॉ. एस.एन. मिश्रा ‘पेड़ बाबा’ ने सभी से छायादार, फलदार और औषधीय पौधों के अधिकाधिक रोपण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “पौधे लगाना केवल प्रकृति की सेवा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा भी है।”
इस कार्यक्रम में आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीलोय मोहंती, एम्स इंजीनियरिंग विभाग के ईई महाबीर सिंह, रागुल पी.के., अधिशासी अभियंता ओम आदित्य, सीपीडब्ल्यूडी के ईई विवेक गुप्ता सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल
संस्थान द्वारा किए गए इस पहल से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा, बल्कि हर्बल पौधों के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। एम्स ऋषिकेश का यह कदम स्थानीय जैव विविधता के संरक्षण और सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) की पूर्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।