ऋषिकेश(अंकित तिवारी) : उत्तराखंड के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एम्स ऋषिकेश ने अस्पताल परिसर में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तीमारदारों के लिए पास अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। अब अस्पताल में भर्ती रोगियों के साथ आने वाले परिजनों को संस्थान द्वारा जारी विशेष पास अपने साथ रखना होगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा विभाग के माध्यम से निर्धारित शुल्क पर पास जारी करने की प्रक्रिया तय की है।
नियमों का होगा कड़ाई से पालन
हर दिन 2300 से 2500 मरीजों का पंजीकरण और 140-160 रोगियों की भर्ती को देखते हुए एम्स प्रशासन ने यह कदम उठाया है। साथ ही, संस्थान में 5000 से अधिक स्टाफ कार्यरत है, जिससे परिसर में भीड़-भाड़ की समस्या बनी रहती है।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्या श्री ने बताया कि अस्पताल में अनावश्यक रूप से घूमने वाले बाहरी लोगों पर सख्ती करने के लिए यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग बिना किसी उद्देश्य के अस्पताल परिसर में घूमते रहते हैं, जिससे व्यवस्था प्रभावित होती है और अवैधानिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है।”
नए नियमों के तहत:
- मरीज को भर्ती करते समय सिक्योरिटी विभाग द्वारा पास जारी किया जाएगा।
- पास के लिए तीमारदार को 100 रुपये की सिक्योरिटी राशि जमा करनी होगी, जो रोगी के डिस्चार्ज के समय वापस कर दी जाएगी।
अस्पताल परिसर, वार्ड एरिया और अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा गार्डों के मांगने पर यह पास दिखाना अनिवार्य होगा।
धूम्रपान और तंबाकू सेवन पर सख्ती
एम्स प्रशासन ने अस्पताल परिसर को पूरी तरह धूम्रपान और तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया है। नए नियमों के तहत, किसी भी व्यक्ति को धूम्रपान करते या तंबाकू उत्पादों का सेवन करते पाए जाने पर 200 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
संस्थान के उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी अनिल चंद्र ने बताया कि “चिकित्सा अधीक्षक के निर्देशानुसार सभी सुरक्षा गार्डों को सख्ती से नियमों का पालन कराने के लिए कहा गया है।” एम्स प्रशासन का कहना है कि इन नए नियमों से अस्पताल की व्यवस्था को बेहतर बनाने और मरीजों के लिए अधिक अनुकूल वातावरण तैयार करने में मदद मिलेगी।
शीघ्र अमल में आएगी व्यवस्था
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सुरक्षा विभाग द्वारा व्यापक योजना तैयार की जा रही है, जिसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। प्रशासन को उम्मीद है कि इससे रोगियों की देखभाल और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार आएगा तथा अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था पर लगाम लगेगी।