ऋषिकेश(अंकित तिवारी): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल ने आज ग्रामसभा भट्टोंवाला में विश्व पारिवारिक चिकित्सक दिवस के अवसर पर एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया।
प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर में 40 से अधिक ग्रामीणों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की गई। शिविर में मुख्य रूप से उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, सांस संबंधी बीमारियों और जोड़ों के दर्द से पीड़ित मरीजों ने भाग लिया।
आउटरीच सेल की चिकित्सा टीम ने मरीजों का गहन स्वास्थ्य परीक्षण किया, उनका उपचार किया और उन्हें दवाएं भी वितरित कीं। मरीजों को यह परामर्श भी दिया गया कि आवश्यकता पड़ने पर वे एम्स में नियमित रूप से संचालित होने वाली फैमिली मेडिसिन ओपीडी में भी स्वास्थ्य परामर्श के लिए संपर्क कर सकते हैं।
शिविर में आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी और सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग के अपर आचार्य डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि 19 मई को पूरे विश्व में “विश्व पारिवारिक चिकित्सक दिवस” मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह दिन चिकित्सक और परिवार के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपसी समन्वय को मजबूत करता है। पारिवारिक चिकित्सक बीमार व्यक्ति की प्राथमिक देखभाल के केंद्र में होते हैं और वे व्यक्तियों और समुदायों के स्वास्थ्य और कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डॉ. संतोष कुमार ने फैमिली चिकित्सकों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे प्राथमिक देखभाल प्रदान करते हैं, बीमारियों को शुरुआती चरण में ही रोकने में मदद करते हैं, अस्पतालों में मरीजों के बढ़ते बोझ को कम करते हैं, और जन जागरूकता फैलाने के साथ-साथ बीमारियों को प्राथमिक चरण में ही फैलने से रोकने के लिए कार्य करते हैं।
शिविर के सफल आयोजन में संस्थान के इंटर्न रोहित यादव, आर्यांशी, कश्वी, नर्सिंग अधिकारी बजरंग और आउटरीच सेल से संदीप, सूरज, आलोक आदि ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।