उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद नए कलेवर व नए फ्लेवर के साथ अब राजधाही देहरादून में भी शीघ्र ही मिल सकेगा। इसके लिए तैयारियां जोर-शोर पर हैं। “खुगशाल जी की रस्याण” के नाम से “कुंआवाला” देहरादून में दीपावली के तुरंत बाद ही यह प्रतिष्ठान प्रारंभ होने जा रहा है।
प्रतिष्ठान के स्वामी राजेश खुगशाल एवं दिनेश उनियाल जी ने बताया कि हमारे प्रतिष्ठान में उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन, पेय पदार्थ सहित समस्त वस्तुएं हर समय उपलब्ध रहेंगी।
पारंपरिक परिधानों में ही भोजन परोसा जाएगा। हर सप्ताह उत्तराखंड की लोक संस्कृति के संवाहकों को आमंत्रित करके रीत और प्रीत से भावी पीढ़ी को रूबरू कराया जाएगा।
प्रतिष्ठान को “तिबारी” की शक्ल दी जा रही है जो कि आकर्षण का केंद्र है। पहाड़ी चूल्हे, पंदेरा, छज्जा—-इसकी सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। ओखली, सील बट्टा, चक्की —पहाड़ की यादें ताजा करने को बेताब हैं। पहाड़ी जैविक उत्पाद अभी से ललचाने लगे हैं। बस थोड़ा सा इंतजार कीजिए जनाब!