देहरादून(अंकित तिवारी): दीपावली के पावन पर्व पर राजभवन, देहरादून में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के बीच हुई मुलाकात ने इस पर्व की गरिमा को और बढ़ा दिया। इस अवसर पर डॉ. निशंक ने राज्यपाल को दीपावली की शुभकामनाएँ दीं और पर्व की उज्ज्वलता को संजोते हुए कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा भी की। मुलाकात का यह आलोक पर्व राज्य की सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर की दिशा में नई संभावनाओं को भी प्रदर्शित करता है।
राज्यपाल ने लेखक गाँव में आयोजित ‘स्पर्श हिमालय महोत्सव’ के सफल आयोजन पर डॉ. निशंक को बधाई दी। लेखक गाँव की यह पहल, जो भारत का पहला लेखक-समर्पित गाँव है, साहित्य, संस्कृति और कला को समर्पित एक अभिनव प्रयास है। लेखक गाँव के माध्यम से डॉ. निशंक ने साहित्यकारों, कलाकारों, और बुद्धिजीवियों को एक साझा मंच प्रदान किया है जहाँ वे हिमालय की पवित्र छाया में अपनी रचनात्मकता को निखार सकते हैं। राज्यपाल ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे उत्तराखंड की धरोहर और सांस्कृतिक उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस भेंटवार्ता में विदुषी निशंक और आर्यन उनियाल भी उपस्थित रहे, जिन्होंने लेखक गाँव की पहल को प्रेरणादायक बताया। राज्यपाल ने इस प्रयास की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में देखा।
यह संवाद केवल दीपावली की बधाई तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें राज्य और राष्ट्र के सांस्कृतिक, साहित्यिक, और कलात्मक उन्नति के प्रति प्रतिबद्धता भी दिखाई दी।