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जब एक शिक्षिका के स्थानांतरण पर उमड़ पड़ी जनता

चमोली

राजकीय प्राथमिक विद्यालय आदरा, विकासखंड थराली जनपद चमोली में विगत लगभग एक दशक से कार्यरत शिक्षिका कमलेश परिहार का स्थानांतरण राजकीय प्राथमिक विद्यालय बैनोली, विकासखंड नारायण बगड़ में होने पर विद्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विदाई समारोह में शिक्षिका कमलेश परिहार का स्थानांतरण होने पर जनता उमड़ पड़ी। अभिभावक व बच्चे बिलख – बिलख कर रोने लगे। विदाई समारोह की इस पावन बेला पर अभिभावकों, शिक्षकों एवं स्थानीय जनता ने शिक्षिका कमलेश परिहार को अपार स्नेह एवं सम्मान के साथ विदा किया।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री दिनेश चंद्र पुरोहित जी ने शिक्षिका कमलेश परिहार के शिक्षण कार्य एवं समाजोपयोगी कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षिका कमलेश परिहार ने ईमानदारी के साथ पूरी लगन एवं निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्यों का भली-भांति निर्वहन किया है। उन्होंने शिक्षिका कमलेश परिहार के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रधानाध्यापक श्री दिनेश चंद्र पुरोहित ने शिक्षा के प्रति शिक्षिका कमलेश परिहार के समर्पण निष्ठा लगन एवं परिश्रम की प्रशंसा की। शिक्षिका कमलेश परिहार ने इस अवसर पर शिक्षकों, अभिभावकों एवं समाज द्वारा दिए गए अपार स्नेह एवं सम्मान के लिए सबका आभार व्यक्त किया। शिक्षिका कमलेश परिहार ने कहा कि लगभग एक दशक की सेवा उन्होंने इस विद्यालय में दी है। इस एक दशक में स्थानीय जनता ने, अभिभावकों ने उन्हें अपार स्नेह, सम्मान एवं सहयोग प्रदान किया है। कमलेश परिहार ने कहा कि अभिभावकों एवं समाज के इस सम्मान व सहयोग के लिए वह हमेशा इस क्षेत्र की ऋणी रहेगी।

कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय धारबारम के पंकज पुरोहित, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री दान सिंह जी, ग्राम प्रधान श्री मनीष पुरोहित, श्री गोविंद सिंह भंडारी, भोजन माता श्रीमती पार्वती देवी के साथ – साथ अभिभावक ममता भंडारी, शशि देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती दीपा देवी, सूबेदार जीतपाल सिंह भंडारी, दिगपाल सिंह भंडारी, विद्यालय प्रबंधन समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री सुरेंद्र राम, महिला मंगल दल की अध्यक्षा श्रीमती दीपा देवी सहित महिला मंगल दल एवं युवक मंगल दल के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कुल मिलाकर शिक्षकों के प्रति समाज का यह आत्मीय संबंध आज के भौतिकवादी युग में एक नई आशा की किरण जगाता है, नया विश्वास पैदा करता है। यह सब शिक्षकों की समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी, परिश्रम, सामाजिक व्यवहार पर भी निर्भर करता है। अपने शिक्षण कार्य के प्रति समर्पित, ईमानदार, समय की पाबंद, सामाजिक सहयोगी श्रीमती कमलेश परिहार के सुखद भविष्य की शुभकामनाएं।

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