देहरादून, रामगढ़(अंकित तिवारी)- राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में निपुण भारत मिशन के तहत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (Foundational Literacy and Numeracy) के लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से विकासखण्ड के शिक्षकों का तीन दिवसीय अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ।इसके अंतर्गत पहले बैच का आज शुभारंभ हो रहा है। इस प्रशिक्षण के अनुश्रवण के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) देहरादून के प्रवक्ता प्रणय बहुगुणा उपस्थित रहे।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अनुभवात्मक प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर अरविन्द सिंह सोलंकी ने निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को स्पष्ट करते हुए बताया कि वर्ष भारत सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन के अंतर्गत संचालित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) कार्यक्रम के तहत 2026 तक पूर्व प्राथमिक(बाल वाटिका) से लेकर कक्षा 3 तक के प्रत्येक छात्र को उनकी कक्षा के अनुसार बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में निपुण बनाना है। प्रशिक्षण के बारे में उन्होंने बताया कि अन्य विद्यालयों से आये शिक्षक उनके विद्यालय में अपनायी जा रही शिक्षण प्रविधियों तथा क्रियाकलापों का अवलोकन करेंगे।जिसके अंतर्गत प्रत्येक दिवस के लिये अलग-अलग गतिविधियां निर्धारित की गई हैं।
विद्यालय का भौतिक वातावरण एवं स्वच्छता, निपुण भारत मिशन लोगो, स्लोगन, उद्देश्य, प्रतिज्ञा तथा लक्ष्यों का कक्षावार प्रदर्शन, शिक्षण उपकरणों, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, स्मार्ट टीवी का उपयोग, प्रिंट रिच वातावरण, संसाधनों एवं अभिलेखों का रख-रखाव, पुस्तकालय, रीडिंग कॉर्नर, गणित कॉर्नर इत्यादि का शिक्षण प्रक्रिया में उपयोग, छात्रों की उपस्थिति, पी एम पोषण, भोजनमाता का छात्रों के प्रति व्यवहार, अधिगम की विधियां, शैक्षिक गतिविधियों में छात्रों तथा शिक्षकों की सहभागिता, शिक्षण में टीएलएम का उपयोग, निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप बच्चों की समझ, पुस्तकों पर बच्चों की समझ, निपुण अभ्यास पुस्तिकाओं पर बच्चों द्वारा किया गया कार्य, खेल आधारित शिक्षण, छात्रों, शिक्षकों तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों से बातचीत इत्यादि शामिल है। प्रत्येक दिवस की गतिविधियों के अवलोकन के पश्चात सभी प्रशिक्षणार्थियों को अपराह्न 1:00 बजे के बाद गूगल फॉर्म के माध्यम से पूरे दिन भर की गतिविधियों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
प्रशिक्षण के पहले दिन विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकों ने विद्यालय में अपनाई जा रही शैक्षणिक गतिविधियों का अवलोकन किया और गूगल फॉर्म के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी। इस अवसर पर अन्य शिक्षकों के साथ सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेंद्र उनियाल, डी एल एड प्रशिक्षु नवीन कुमार तथा अनुभवात्मक प्रशिक्षण के लिये विकासखण्ड के अन्य विद्यालयों से आये शिक्षक कमलेश उप्रेती, ममता व्यास, पूनम रावत, अंजू मनादुली, सुमन रेखा, अश्वनी वर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।