थानों//तलाई//सूर्यधार
पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी का ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्यधार जलाशय अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। इस जलाशय में अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने के लिए जल की कुछ बूंदें भी नहीं हैं। इस जलाशय तक पहुंचने के लिए सरकार सड़क मार्ग भी नहीं बना सकी है।* पर्यटकों को आकर्षित करना तो बहुत दूर की बात है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के कार्यकाल में राजधानी देहरादून की डोईवाला विधानसभा में सिल्ला चौकी नामक स्थान पर स्वर्गीय गजेन्द्र नैथानी ताऊ जी के नाम पर सूर्यधार जलाशय का निर्माण कराया गया था। स्थानीय जनता को उस समय सिंचाई एवं पेयजल उपलब्ध कराने के साथ ही साथ इस क्षेत्र को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करके युवाओं को रोजगार का स्वप्न भी दिखाया गया था।
त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के कुर्सी से उतरते ही यह प्रोजेक्ट भी सरकार की नजरों से ओझल हो गया है। इस क्षेत्र में पर्यटन एवं रोजगार की आशा में बहुमंजिला भवन निर्माण कार्य भी तेजी से हुआ। होटल और रिजॉर्ट खुले लेकिन आज की तारीख में सब वीरान पड़े हैं।
स्थानीय युवा जो शहरों से घर की ओर लौटने का स्वप्न देख रहे थे उनके स्वप्न भी चूर हो गए हैं। होटल व्यवसाय चौपट हो गया है। किसानों के खेत पानी की उम्मीद में सूखे रह गए हैं। कुल मिलाकर एक और सरकारी योजना कागजों में ही दम तोड़ती नजर आ रही है।