ऋषिकेश(अंकित तिवारी): उत्तराखंड के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर एम्स ऋषिकेश में कार्यरत उत्तराखंड के मूल निवासियों ने अपनी माटी और सांस्कृतिक विरासत के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करने के लिए रॉयल गार्डन, टिहरी विस्थापित पशुलोक, ऋषिकेश में एक भव्य समारोह का आयोजन किया। शनिवार देर शाम आयोजित इस समारोह में उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और प्रदर्शित करने की एक अनूठी मिसाल पेश की गई।
इस विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, जो उत्तराखंड के लोक संगीत और सांस्कृतिक पहचान के ध्वजवाहक हैं, ने अपने लोकप्रिय गढ़वाली गीतों से समारोह में एक नई ऊर्जा भर दी। नेगी दा के गीतों पर सभी दर्शक झूम उठे और प्रतिभागियों द्वारा दी गई रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और आकर्षक बना दिया।
समारोह के दौरान नेगी दा की प्रस्तुतियों के साथ उनके दल द्वारा किए गए मनमोहक नृत्य और गायन ने उपस्थित जनों का भरपूर मनोरंजन किया और खूब तालियां बटोरीं। कार्यक्रम में उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं का विशेष रूप से स्वागत किया गया, जिसमें लोगों ने अपने पारंपरिक परिधानों में झूमते हुए लोक गीतों का आनंद लिया।
इस आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले आयोजन समिति के सदस्यों में अखिलेश उनियाल, आशीष बडोला, कमल जुयाल, अखिलेश बेलवाल, अनुराग पंत, दीपक बिष्ट, नवीन तिवारी, धीरज रौतेला, काकुल बेलवाल, दीपक तिवाड़ी, संजय जोशी, पंकज रावत, पंकज पालीवाल, रश्मि सहित अन्य कई सदस्य शामिल रहे।
समारोह के माध्यम से उत्तराखंड के मूल निवासियों ने अपनी जड़ों से जुड़े रहने और अपनी संस्कृति को जीवित रखने का संकल्प लिया, जिससे सभी उपस्थितों में एक गर्व की भावना उत्पन्न हुई।