देहरादून, थानों(अंकित तिवारी): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत के पहले लेखक गाँव, थानों में नालंदा पुस्तकालय शोध एवं अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन करते हुए श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को उत्तराखंडवासियों के लिए विशेष बताया। उन्होंने कहा कि अटल जी के दूरदर्शी नेतृत्व और प्रबल संकल्प के कारण ही उत्तराखंड राज्य की स्थापना संभव हो सकी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 72 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज अटल जी की ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को जन-जन में जागृत करने का सशक्त माध्यम बनेगा। यह ध्वज हमें राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों को पूर्ण करने की प्रेरणा देगा। साथ ही, नालंदा पुस्तकालय शोध एवं अनुसंधान केंद्र न केवल सृजनशीलता का केंद्र बनेगा, बल्कि देश भर के लेखकों और विचारकों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी होगा।
मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री और साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की इस गाँव की स्थापना में भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “लेखक गाँव अतीत की गूंज, वर्तमान की ऊर्जा और भविष्य की संभावनाओं को एक मंच पर लाने का माध्यम बन रहा है। यहाँ का शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य साहित्य और कला के साधकों के लिए प्रेरणा का अटल स्रोत है।”
इस अवसर पर ‘अटल व्याख्यान माला’ का शुभारंभ भी किया गया। मुख्यमंत्री ने इसे विचार, संवाद, और चिंतन के आदान-प्रदान का महत्वपूर्ण केंद्र बताया, जो युवाओं और विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी योगदानकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि अटल जी का जीवन, विचार, और नीतियाँ हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। यह लेखक गाँव उनके देशप्रेम, साहित्य सृजन, और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने का एक गंभीर प्रयास है।