कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी): कर्णप्रयाग महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के संयुक्त तत्वावधान में ‘ए’ सर्टिफिकेट वितरण एवं सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय साहसिक शिविर एवं राष्ट्रीय एकता शिविर से लौटने वाली एनएसएस स्वयंसेवी अश्मिता एवं निधि को सम्मानित किया गया, वहीं गणतंत्र दिवस परेड (RDC) में चयनित एनसीसी कैडेट प्रिया और गुंजन को विशेष रूप से सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान एनएसएस और एनसीसी के नेतृत्व में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। एनएसएस द्वारा रंगोली, भाषण और क्विज प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्वयंसेवियों को पुरस्कृत किया गया। इसी क्रम में एनसीसी की ओर से निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका संचालन सीनियर अंडर ऑफिसर शोभित और अंडर ऑफिसर साहिल व अमीषा नेगी ने किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वी. एन. खाली ने महाविद्यालय के अन्य मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में राष्ट्रीय खेलों (नेटबॉल) में रजत पदक विजेता वेदांत टाकुली, एम.ए. संस्कृत की गोल्ड मेडलिस्ट प्रिया देवली और राज्य स्तरीय संस्कृति ज्ञान प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त प्रज्ञा व शैलेश शामिल रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने छात्रों की उपलब्धियों पर हर्ष व्यक्त किया। इस दौरान एनएसएस स्वयंसेवकों को ‘ए’ सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. चंद्रावती टम्टा और एनसीसी प्रभारी डॉ. नरेंद्र पंघाल ने किया।
विशिष्ट अतिथियों डॉ. मदन लाल शर्मा एवं डॉ. भाल चंद्र नेगी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में छात्रों को उनके लक्ष्यों के प्रति संकल्पबद्ध रहने और 2047 के विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
इस मौके पर प्राचार्य प्रो. वी. एन. खाली ने कहा, “अनुशासन, समर्पण और सतत प्रयास सफलता की कुंजी हैं। छात्रों को निरंतर सीखने और अपने कौशल को निखारने पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।”
कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुश्री हिना नौटियाल, प्राध्यापक डॉ. अखिलेश कुकरेती, डॉ. डी.एस. राणा, डॉ. कविता पाठक, डॉ. इंद्रेश पांडे, डॉ. स्वाति सुंदरियाल, डॉ. पूनम, डॉ. कीर्तिराम डंगवाल, डॉ. मृगांक मलासी, डॉ. शालिनी, डॉ. दिशा शर्मा और डॉ. सीमा पोखरियाल उपस्थित रहे।