चंपावत(अंकित तिवारी): उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के राष्ट्रीय समाज सुरक्षा संस्थान, नई दिल्ली के सहयोग से सनशाइन पब्लिक स्कूल, चंपावत में एक दिवसीय नशा एवं ड्रग्स के दुष्प्रभावों पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला का उद्घाटन विद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष प्रहलाद सिंह बोहरा एवं उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सिद्धार्थ पोखरियाल ने संयुक्त रूप से किया। श्री बोहरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन अत्यंत आवश्यक है, ताकि युवाओं को नशे से बचाया जा सके।
डॉ. सिद्धार्थ पोखरियाल ने नशे और नशीली दवाइयों के कारण होने वाले दुष्प्रभावों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशीले पदार्थों का सेवन तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और मानसिक रोगों को जन्म देता है। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाओं में नशे की लत से जन्म लेने वाले शिशुओं में दिव्यांगता की संभावना बढ़ जाती है।
मुक्त विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक तरुण नेगी ने ड्रग्स के प्रकार और उनके हानिकारक प्रभावों के बारे में बताया। वहीं, कल्याणम भवति समिति, पिथौरागढ़ की संचालिका एवं विषय विशेषज्ञ पूजा भट्ट ने नशा पीड़ितों के पुनर्वास और समाज की मुख्यधारा में उनकी वापसी के प्रयासों की जानकारी दी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह सामंत ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्यशाला से युवाओं में जागरूकता बढ़ेगी और समाज में नशा मुक्ति का संदेश जाएगा। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं आसपास के क्षेत्रों से आए लोग उपस्थित रहे।