रामगढ़(अंकित तिवारी): प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (पीएम पोषण) के तहत अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं को भोजन में पोषक तत्वों (Nutrition Value) की महत्ता को समझाना तथा संतुलित आहार के प्रति जागरूक करना था।
कार्यशाला में अक्षय पात्र फाउंडेशन की स्कूल रिलेशनशिप मैनेजर प्रीति राणा, क्वालिटी एग्जीक्यूटिव कौशल नौडियाल तथा डिस्ट्रीब्यूशन एग्जीक्यूटिव पूजा चौहान ने बच्चों को पोषण संबंधी आवश्यक जानकारियां प्रदान कीं।
बच्चों को स्वस्थ खान-पान के प्रति किया जागरूक
स्कूल रिलेशनशिप मैनेजर प्रीति राणा ने बच्चों से उनके दैनिक खान-पान पर चर्चा करते हुए बताया कि उन्हें नियमित रूप से दाल, फल, सब्जियां, दूध और संपूर्ण आहार का सेवन करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को फास्ट फूड और पैक्ड फूड से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी समझाया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया।
क्वालिटी एग्जीक्यूटिव कौशल नौडियाल ने स्मार्ट टीवी और लघु फिल्मों के माध्यम से बच्चों को पोषक तत्वों और संतुलित भोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भोजन में मौजूद प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन और खनिज लवण हमारे शरीर की वृद्धि, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
डिस्ट्रीब्यूशन एग्जीक्यूटिव पूजा चौहान ने बच्चों को हाथ धोने के सही तरीके, व्यक्तिगत स्वच्छता और पर्यावरण की सफाई के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि स्वच्छता अपनाने से लगभग 40% बीमारियों से बचा जा सकता है।
विद्यालय प्रशासन ने की पहल की सराहना
कार्यशाला के समापन पर प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी ने अक्षय पात्र फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को पोषण के प्रति जागरूक करने का यह प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे कार्यशाला में मिली जानकारी को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं और स्वस्थ रहने की आदत डालें।
कार्यशाला में मौजूद रहे ये प्रमुख लोग
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह सोलंकी, सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, वीरेंद्र उनियाल, भोजन माताएँ लक्ष्मी देवी, नीलिमा थापा, तथा विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।