ऋषिकेश(अंकित तिवारी): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में विश्व निद्रा दिवस के अवसर पर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद लेना अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम का आयोजन एम्स ऋषिकेश के मनोरोग विभाग, पल्मोनरी विभाग और कॉलेज ऑफ नर्सिंग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर निद्रा रोग के कारण, उपचार और निदान पर विस्तार से चर्चा की गई। नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा ओपीडी क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को अच्छी नींद के महत्व और इसके लाभों से अवगत कराया गया।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि अच्छी नींद न केवल कार्य क्षमता में वृद्धि करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ बनाती है। अनिद्रा की समस्या को नजरअंदाज करना कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और डिप्रेशन प्रमुख हैं।
चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी कि अनिद्रा के लक्षण पाए जाने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का अधिक उपयोग नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इनसे दूरी बनाए रखना जरूरी है।
एम्स ऋषिकेश में प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को संचालित स्लीप क्लिनिक में स्लीप लैबोरेटरी की सुविधा उपलब्ध है, जहां नींद न आने के कारणों का पता लगाकर उपचार किया जाता है।
कार्यक्रम को डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्या श्री, मनोचिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. अनिंद्या दास, प्रो. रवि गुप्ता, डॉ. लोकेश कुमार, पल्मोनरी विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश सिंधवानी, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा और डॉ. राकेश शर्मा ने संबोधित किया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के फैकल्टी सदस्य, एसआर, जेआर और नर्सिंग ऑफिसर्स भी उपस्थित रहे।