डोईवाला(अंकित तिवारी)। साहित्य, कला और संस्कृति के समग्र विकास को समर्पित मासिक पत्रिका “साईं सृजन पटल” के आठवें अंक का भव्य विमोचन संयुक्त निदेशक डॉ० कमलेश भारती के कर-कमलों द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जब कोई मंच साहित्य, कला और संस्कृति को साथ लेकर आगे बढ़ता है, तो वह केवल एक पत्रिका नहीं, बल्कि विचारों, संवेदनाओं और सृजन की एक जीवंत धारा बन जाता है। “साईं सृजन पटल” इसी प्रवाह का एक सशक्त माध्यम है, जो लेखकों, कवियों, कलाकारों और विचारकों को अपनी अभिव्यक्ति का मंच प्रदान कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पत्रिका का प्रत्येक अंक सृजनात्मकता, ज्ञान और संवेदनशीलता से ओत-प्रोत होता है। यह सिर्फ शब्दों का संकलन नहीं, बल्कि समाज के बौद्धिक और सांस्कृतिक उत्थान का प्रतीक है। उन्होंने पत्रिका के संपादक मंडल और रचनाकारों को शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि यह प्रयास निरंतर प्रगति करता रहेगा और समाज को दिशा देने वाली उत्कृष्ट रचनाएँ पाठकों तक पहुँचती रहेंगी।
साहित्य, पर्यटन और समाज के सकारात्मक परिवर्तन पर केंद्रित विशेष अंक
पत्रिका के संपादक प्रो० (डॉ०) के०एल० तलवाड़ ने बताया कि “साईं सृजन पटल” का यह आठवां अंक सांस्कृतिक, सामाजिक और पर्यटन महत्व को उजागर करने का प्रयास है। इसमें शीतकालीन पर्यटन, धार्मिक और साहसिक स्थलों के साथ-साथ लोकसंस्कृति और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों को प्रमुखता से स्थान दिया गया है।
उन्होंने बताया कि राजभवन में आयोजित तीन दिवसीय बसंतोत्सव में फूलों की अद्भुत दुनिया को पाठकों तक पहुँचाने का प्रयास किया गया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और लैंगिक भेदभाव उन्मूलन दिवस के अवसर पर महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियाँ इस अंक की विशेष उपलब्धि हैं।
इसके अलावा, राष्ट्रीय एकीकरण शिविर, स्वास्थ्य क्रांति, और ड्रोन हेल्थ सेवा जैसी आधुनिक और प्रासंगिक जानकारियाँ भी पत्रिका में समाहित की गई हैं। उन्होंने सभी लेखकों, सह-लेखकों और शुभचिंतकों के सहयोग को इस अंक को विशेष बनाने में महत्वपूर्ण बताया और पाठकों से अनुरोध किया कि वे इस अंक को पढ़ें और इससे प्राप्त ज्ञान को समाज में प्रसारित करें।
संस्कृति, पर्यटन और समाज के उत्थान का सजीव दस्तावेज
पत्रिका के उपसंपादक अंकित तिवारी ने कहा कि “साईं सृजन पटल का यह आठवां अंक हमारी संस्कृति, पर्यटन और समाज में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों का सजीव दस्तावेज है। हमने प्रयास किया है कि यह अंक पाठकों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक, बल्कि प्रेरणादायक भी साबित हो। प्रत्येक विषय को गहराई से विश्लेषण कर प्रस्तुत किया गया है, ताकि पाठकों को शोधपरक और प्रामाणिक जानकारी मिल सके।
“साईं सृजन पटल” के इस नए अंक के विमोचन के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि यह पत्रिका सिर्फ एक प्रकाशन नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और सकारात्मक परिवर्तन लाने का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुकी है
इस अवसर पर इन्साइडी क्रिएटिव मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के सी.ई.ओ. अक्षत और निदेशक नीलम तलवाड़ की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।