ऋषिकेश(अंकित तिवारी):अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में आयोजित होने वाले पांचवें दीक्षांत समारोह की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यह आयोजन आगामी 15 अप्रैल मंगलवार को संस्थान के मुख्य ऑडिटोरियम में पूर्वाह्न 10 बजे से शुरू होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा होंगे, जबकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाएंगे।
समारोह की जानकारी देते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि इस वर्ष कुल 434 मेडिकल विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। तैयारियों को अन्तिम रूप देते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो0 मीनू सिंह द्वारा संबन्धित अधिकारियों को इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। एम्स में दीक्षांत समारोह का यह पांचवा आयोजन है। इससे पूर्व 3 नवम्बर 2018, 14 मार्च 2020 और 13 जुलाई 2023 और 23 अप्रैल 2024 को एम्स में चार बार दीक्षांत समारोह आयोजित किए जा चुके हैं।
एम्स का पहला दीक्षांत समारोह तीन नवंबर 2018 को हुआ था। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिरकत की थी। दूसरा दीक्षांत समारोह 14 मार्च 2020 को आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शामिल हुए। तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। तीसरा दीक्षांत समारोह 13 जुलाई 2023 को आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 1041 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की थी। चौथा दीक्षांत समारोह 23 अप्रैल 2024 को हुआ था, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 598 छात्र-छात्राओं को उपाधि वितरित की थी।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि दीक्षांत समरोह में 434 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएगी। उपाधि पाने वाले छात्र-छात्राओं में से 10 टाॅपरों का चयन गोल्ड मेडल के लिए हुआ है। इनमें से 2 टाॅपर एक से अधिक गोल्ड माॅडल से नवाजे जायेंगे। यह उन्होंने बताया कि समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं और आयोजन की सफलता के लिए विभिन्न विभागों की टीमें बनाकर उन्हें सम्बन्धित कार्यों की जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं।
ऋषिकेश में एक फरवरी 2004 को अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) का शिलान्यास हुआ था। एम्स के मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2012 से एमबीबीएस के पहले बैच की शुरुआत हुई थी। वर्तमान में यहां एमबीबीएस की 125 सीटें हैं।यहां नर्सिंग काॅलेज में बीएससी व एमएसी नर्सिंग के पाठ्यक्रम भी संचालित होते हैं। एम्स में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी। दीक्षांत समारोह में एमबीबीएस व नर्सिंग पाठ्यक्रम के साथ ही संस्थान में संचालित होने वाले अन्य पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को उपाधि वितरित की जाती है।
इंसेट – इन पाठ्यक्रमों के छात्रों को दी जाएंगी उपाधियां:
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एमबीबीएस – 98 छात्र
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बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) – 95
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बीएससी नर्सिंग (एलाईड हेल्थ साइंसेज) – 54
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एमडी/एमएस और एमडीएस – 109 छात्र
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एमएससी नर्सिंग – 17 छात्र
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एमएससी मेडिकल एलाईड – 1 छात्र
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मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ – 12 छात्र
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डीएम/एमसीएच – 40 छात्र
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पीएचडी – 8 छात्र
समारोह के भव्य आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और यह विद्यार्थियों के लिए उनके शैक्षणिक जीवन का एक ऐतिहासिक क्षण होगा।