ऋषिकेश(अंकित तिवारी): उत्तराखंड यूरोलॉजिकल सोसाइटी का तृतीय वार्षिक सम्मेलन 2 और 3 मई 2025 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में आयोजित किया जाएगा। दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश-विदेश के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट और चिकित्सा विशेषज्ञ भाग लेंगे, जो प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव साझा कर वैश्विक चिकित्सा दृष्टिकोण से अवगत कराएंगे।
एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक डॉ. मीनू सिंह ने इस आयोजन को चिकित्सा समुदाय के लिए एक ज्ञानवर्धक मंच बताते हुए कहा कि यह सम्मेलन आधुनिक तकनीकों, उभरते रुझानों और विशेषज्ञ विचारों पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने इसे चिकित्सा विज्ञान की उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया, जो युवा चिकित्सकों और शोधार्थियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा।
सम्मेलन आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. अंकुर मित्तल ने बताया कि कार्यक्रम में सेमी-लाइव सर्जिकल वीडियो सत्र, शोध पत्र प्रस्तुतियां, विशेषज्ञ पैनल चर्चाएं तथा केस स्टडी आधारित संवाद सत्र शामिल होंगे। यूरोलॉजिकल कैंसर के उपचार और नवीन शोध, पथरी के इलाज में अत्याधुनिक तकनीक और पद्धतियां, रोबोटिक सर्जरी के लाभ और भविष्य की संभावनाएं, महिलाओं में मूत्र संबंधी विकार और पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन, पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन और यौन स्वास्थ्य जैसे विविध विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा।
इस सम्मेलन से न केवल रेजिडेंट डॉक्टरों को नवीनतम उपचार विधियों का प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की जानकारी भी प्राप्त होगी। उन्नत तकनीकों पर केंद्रित यह आयोजन रोगियों के बेहतर उपचार में सहायक होगा और जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।
चिकित्सा शिक्षा और सेवाओं को वैश्विक मानकों से जोड़ने की दिशा में यह सम्मेलन एक प्रभावी पहल मानी जा रही है, जिससे उत्तराखंड और देश के अन्य क्षेत्रों के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूती मिलेगी।