कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी)। डा. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। महाविद्यालय की रेड क्रॉस इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों को रेड क्रॉस के मूलभूत सिद्धांतों और महत्व से अवगत कराया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया, जिसमें छात्रों और प्राध्यापकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग की प्रभारी डॉ. कविता पाठक ने वर्तमान भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युद्ध जैसी परिस्थितियों में रेड क्रॉस की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने छात्रों को बताया कि रेड क्रॉस संस्था बिना किसी भेदभाव के युद्ध और आपदाओं से प्रभावित लोगों की सहायता करती है।
महाविद्यालय के रेड क्रॉस प्रभारी डॉ. कीर्तिराम डंगवाल ने रेड क्रॉस की स्थापना और इसके संस्थापक हेनरी ड्यूनेन्ट के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को बताया कि रेड क्रॉस क्यों महत्वपूर्ण है और आज के समय में इसकी प्रासंगिकता क्यों बढ़ती जा रही है। डॉ. डंगवाल ने छात्रों को रेड क्रॉस के स्वयंसेवा के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में प्राध्यापक डॉ. मृगांक मलासी ने युद्ध के बाद मानवता की सेवा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस संस्था युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं के बाद पीड़ितों की सहायता और पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
रेड क्रॉस इकाई के सदस्य छात्र प्रीतम, अंशुल, दिनेश, रजनी और अमीषा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने रेड क्रॉस को मानवता की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन बताया और युवाओं से इस संगठन से जुड़कर मानव कल्याण के कार्यों में योगदान करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर डॉ. रवींद्र नेगी सहित महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को रेड क्रॉस के सिद्धांतों और मानवीय कार्यों के प्रति जागरूक करना था, जो कि वर्तमान परिदृश्य में और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।