देहरादून//डोईवाला//थानों
राजधानी देहरादून के विकासखंड रायपुर की ग्राम पंचायत सनगांव के युवाओं ने आज गांव में *सड़क नहीं तो वोट नहीं* के नारे लगाए। इन युवाओं का आक्रोश था कि आजादी के 76 साल बाद भी राजधानी से सटे इस गांव में सड़क सुविधा नहीं मिल पा रही है। गांव के युवाओं का कहना था कि रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बाजार आवागमन में उन्हें असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। सुख – दु:ख के समय में यातायात की सुविधा न मिल पाना बहुत ही ज्यादा कष्टकारी साबित होता है।
ग्राम पंचायत सनगांव के इन युवाओं ने कहा कि यदि गांव तक सड़क नहीं पहुंचती है तो हम लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार तो कर ही रहे हैं इसके साथ ही साथ हम तब तक हर विधानसभा और लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार जारी रखेंगे जब तक कि हमारे गांव को सड़क सुविधा से नहीं जोड़ दिया जाता है।
*ग्राम प्रधान हेमंती रावत ने बताया कि अपनी ग्राम पंचायत में उन्होंने तीन सड़कों की मांग रखी है।* ग्राम प्रधान हेमंती रावत ने बताया कि हम लंबे समय से गांव में सड़क मार्गों के निर्माण की बात शासन प्रशासन के समक्ष रखते आ रहे हैं; लेकिन हमारी आवाज नहीं सुनी जा रही है। ग्राम प्रधान ने बताया कि विगत माह में ग्राम पंचायत की खुली बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है कि यदि ग्राम पंचायत सनगांव में सड़क समस्या का समाधान नहीं होता है तो *लोकसभा चुनाव 2024 का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा।* ग्राम पंचायत सनगांव में लोकसभा चुनाव बहिष्कार की घोषणा के पश्चात लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हरकत में आए हैं। लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी आजकल सड़कों की नाप – जोख व गड्ढे भरने का कार्य तीव्र गति से कर रहे हैं। आज जब चुनाव आयोग पूरे देश में अधिकतम मतदान कराने का संकल्प लिए हुए है ऐसे में यदि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में चुनाव बहिष्कार के नारे लगाए जा रहे हैं तो यह शासन – प्रशासन के लिए चिंताजनक तो है ही। तहसील प्रशासन की टीम शीघ्र ही ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए और लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान में प्रतिभाग कराने के लिए ग्रामीणों को मनाने के लिए शीघ्र ही गांव पहुंचने वाली है ऐसी जानकारी विश्वस्त सूत्रों से मिली है।