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कर्णप्रयाग महाविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स का विदाई सम्मान समारोह, नई राह पर बढ़ने का मिला संदेश

कैडेट साहिल नेगी मिस्टर फेयरवेल और कैडेट निकिता मिस फेयरवेल के खिताब से सम्मानित

कर्णप्रयाग(अंकित तिवारी):डॉ. शिवानंद नौटियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कर्णप्रयाग में 2022-25 बैच के एनसीसी कैडेट्स के लिए एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के सभागार में हुए इस कार्यक्रम में 1 यूके बटालियन एनसीसी गोपेश्वर के कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजेश रावत, महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. अखिलेश कुकरेती, सूबेदार मेजर जगदीश सेमवाल, एनसीसी प्रभारी नरेंद्र पंघाल सहित अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।

संस्कार, संगीत और स्मृतियों के संग हुआ आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत कैडेट ईशा के भावपूर्ण गीत से हुई, जिसने समारोह में एक गर्मजोशी भरा माहौल बना दिया। द्वितीय वर्ष के कैडेट्स द्वारा प्रस्तुत समूह नृत्य और तृतीय वर्ष की कैडेट्स अनुपमा एवं नेहा के विशेष नृत्य प्रदर्शन ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं।

सबसे खास क्षण अनुभव-साझाकरण सत्र रहा, जहां एसयूओ शोभित, यूओ साहिल खत्री, यूओ अमीषा नेगी, कैडेट रचियता और निकिता ने अपनी एनसीसी यात्रा के संस्मरण साझा किए। उन्होंने बताया कि एनसीसी ने न केवल उनके आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को निखारा बल्कि अनुशासन और देशभक्ति की भावना को भी मजबूत किया।

एनसीसी सिर्फ संगठन नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली – कर्नल रावत
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. अखिलेश कुकरेती ने कैडेट्स की उपलब्धियों पर गर्व जताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कर्नल राजेश रावत ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि विदाई का अर्थ अंत नहीं, बल्कि एक नए सफर की शुरुआत है। वहीं, सीटीओ नरेंद्र पंघाल ने एनसीसी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “एनसीसी केवल परेड और शारीरिक प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, यह जीवन में अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रसेवा की भावना विकसित करने का एक माध्यम है।”

फेयरवेल टाइटल्स ने बढ़ाया जोश
समारोह के अंत में बहुप्रतीक्षित फेयरवेल टाइटल्स घोषित किए गए। कैडेट साहिल नेगी को मिस्टर फेयरवेल और कैडेट निकिता को मिस फेयरवेल के खिताब से सम्मानित किया गया। कैडेट दिव्यांशु को मिस्टर स्पार्कल और कैडेट याशी को मिस स्पार्कल का खिताब मिला।

एनसीसी कैडेट्स के लिए यह विदाई समारोह न केवल उनकी यादों में हमेशा जीवंत रहेगा, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

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