ऋषिकेश(अंकित तिवारी): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में वक्ताओं ने नर्सों को अस्पताल की रीढ़ बताते हुए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नर्सें केवल बुनियादी देखभाल ही नहीं करतीं, बल्कि रोगियों के इलाज और उनकी देखभाल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
10 मई तक चलने वाले इस नर्सिंग सप्ताह के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि प्रत्येक नर्सिंग स्टाफ का प्रथम कर्तव्य इलाज की गुणवत्ता बनाए रखते हुए रोगियों की सेवा करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में रोगी की सेवा, उचित और पर्याप्त देखभाल सुनिश्चित करने के साथ-साथ इलाज की उच्च गुणवत्ता बनाए रखने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नर्सों पर ही निर्भर करती है। प्रो. मीनू सिंह ने एम्स की हेली एम्बुलेंस चिकित्सा सेवा में नर्सिंग स्टाफ द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों की भी प्रशंसा की। नर्सिंग सेवा में लंबे समय तक काम करने के कारण नर्सों के मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखना भी उतना ही आवश्यक है, इस बात पर भी उन्होंने बल दिया।
डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने नर्सों को रोगी और डॉक्टरों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी और समन्वयक बताया। उन्होंने कहा कि रोगियों की सेवा में नर्सों का कौशल, उनकी भावनात्मक सहायता और अथक देखभाल उन्हें अन्य स्वास्थ्य सेवा कर्मियों से विशिष्ट पहचान दिलाती है।
कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा ने नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की सेवाओं को याद करते हुए सभी से उनके आदर्शों का अनुसरण करने का आह्वान किया। मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीटा शर्मा ने इस अवसर पर बताया कि इस वर्ष सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की थीम ‘अवर नर्सेज, अवर फ्यूचर: केयरिंग फॉर नर्सेज स्ट्रेंग्थन इकोनॉमीज’ है, जिसके तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने नर्सों को अस्पताल का आधारस्तंभ बताते हुए नर्सिंग सप्ताह के आयोजन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने यह भी कहा कि नर्सिंग सेवा में हमेशा मुस्कुराते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण रखने से रोगी पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है और वह स्वयं को अधिक स्वस्थ महसूस करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत से पहले, हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सप्ताह के पहले दिन ‘पावर ऑफ स्लीप इन नर्सिंग केयर’ विषय पर केंद्रित सत्र आयोजित किया गया, जिसमें मनोचिकित्सा विभाग के प्रो. रवि गुप्ता और पल्मोनरी विभाग के डॉ. लोकेश कुमार सैनी ने नर्सिंग अधिकारियों को पर्याप्त नींद लेने और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया।
इस अवसर पर डीएमएस डॉ. भारत भूषण, डॉ. रवि कुमार, डिप्टी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट जीनू जैकब, पुष्पा रानी, जितेंद्र वर्मा, वंदना, निखिल बी., एसएनओ बिंदुजा बोस, एएनएस अनुग्रह, आशुतोष, मुकेश कुमार सैनी सहित विभिन्न एएनएस और नर्सिंग अधिकारी उपस्थित थे।