ऋषिकेश(अंकित तिवारी): अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े मामलों में बीमारी की सही स्टेज का पता लगाने वाली आधुनिक तकनीकों और उपचार के अनुभवों को साझा करने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। एम्स ऋषिकेश के जनरल सर्जरी विभाग और एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन्स ऑफ इंडिया (ए.बी.एस.आई) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सकों ने हिस्सा लिया और ब्रेस्ट सर्जरी व बायोप्सी की नई तकनीकों पर गहन विचार-विमर्श किया।
कार्यशाला का मुख्य विषय “ब्रेस्ट कैंसर में सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी (एस.एल.एन.बी)” रहा। एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह कार्यशाला सर्जन चिकित्सकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने कैंसर के इलाज में चिकित्सा शिक्षा की प्रगति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे हमारे शल्य चिकित्सक ब्रेस्ट कैंसर के जांच परिणामों को और अधिक सटीकता से प्राप्त कर सकेंगे।
डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी ने ब्रेस्ट कैंसर के उपचार और जांच की सटीकता पर इस कार्यशाला के आयोजन के लिए सर्जरी विभाग की सराहना की। चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर सत्या श्री बलिजा ने देश में ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रारंभिक निदान और प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बेहतर परिणामों के लिए कैंसर के लक्षणों को शुरुआती चरण में पहचानना आवश्यक है। सर्जरी विभाग के हेड प्रोफेसर सोमप्रकाश बासु ने ब्रेस्ट कैंसर की जांच तकनीकों के प्रशिक्षण के लिए एम्स ऋषिकेश को एक नोडल प्रशिक्षण केंद्र के रूप में स्थापित करने की बात कही।
कार्यशाला में बताया गया कि सेंटिनल लिम्फ नोड बायोप्सी प्रारंभिक ब्रेस्ट कैंसर के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण तकनीक है, जो पारंपरिक एक्सिलरी लिम्फ नोड विच्छेदन की तुलना में रोगी की रुग्णता को कम करते हुए कैंसर की स्टेजिंग में बेहतर सटीकता प्रदान करती है। कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में एस.एल.एन.बी. तकनीक का लाइव प्रदर्शन और प्रशिक्षण, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रेस्ट कैंसर विशेषज्ञों के व्याख्यान, केस-आधारित चर्चा, इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र और नैदानिक अभ्यास पर नवीनतम अपडेट जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा हुई।
कार्यशाला को ए.बी.एस.आई की अध्यक्ष प्रोफेसर नवनीत कौर, कार्यशाला के संयोजक और एम्स ऋषिकेश के ब्रेस्ट यूनिट के प्रभारी डॉ. फरहानुल हुदा सहित कई अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर एम्स दिल्ली, एसजीपीजीआई लखनऊ, सीएमसी वेल्लोर और केजीएमयू लखनऊ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सक और एम्स ऋषिकेश के संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।